जब भी तू मुझे अपनी आँखों में उतार लेता है,
जैसे मेरा रब मुझे फिर संवार देता है!
दिल और धड़कन तो बस तेरे नाम से चलते हैं,
तू हर बार रूठ कर क्यों मोहब्बत का इम्तिहान लेता है! Ur राज

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